सचेतन 3.26: नाद योग: आत्म-साक्षात्कार

| | 0 Comments

स्वयं को जानने की यात्रा

नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र  में।और आज हम बात करेंगे एक ऐसे विषय पर, जो हमारे जीवन की सबसे महत्वपूर्ण यात्रा है—आत्म-साक्षात्कार, यानी स्वयं को जानने की यात्रा।

आत्म-साक्षात्कार का मतलब है अपने असली स्वरूप को पहचानना, यह समझना कि हम केवल यह शरीर और मन नहीं हैं, बल्कि उससे कहीं अधिक हैं। यह एक ऐसी यात्रा है, जिसमें हम अपने भीतर झांकते हैं, अपनी आत्मा से जुड़ते हैं, और अपने वास्तविक अस्तित्व को समझते हैं।

आत्म-साक्षात्कार क्या है?

आत्म-साक्षात्कार का सीधा सा मतलब है—खुद को जानना। हम अक्सर अपने बारे में जो सोचते हैं, वह हमारे समाज, परिवार, और दुनिया से प्राप्त हुई धारणाओं पर आधारित होता है। लेकिन असली आत्म-साक्षात्कार तब होता है जब हम इन सब धारणाओं से परे जाकर अपने भीतर की गहराईयों को पहचानते हैं। यह वह क्षण होता है जब हमें अहसास होता है कि हमारा असली स्वरूप शुद्ध चेतना है—एक असीमित और अनंत अस्तित्व।

आत्म-साक्षात्कार की यात्रा कैसे शुरू करें?

  1. ध्यान और प्राणायाम:
    • ध्यान और प्राणायाम आत्म-साक्षात्कार की दिशा में पहला कदम है। रोज़ाना कुछ समय निकालकर ध्यान करें। यह आपकी मन की शांति और आत्मा से जुड़ने में मदद करता है।
  2. स्वयं से सवाल पूछें:
    • खुद से पूछें, “मैं कौन हूँ?” इस सवाल का जवाब खोजने की कोशिश करें, लेकिन बाहरी चीजों में नहीं, बल्कि अपने भीतर। धीरे-धीरे आपको समझ में आने लगेगा कि आप इस शरीर और मन से परे हैं।
  3. मौन का अभ्यास करें:
    • कुछ समय मौन में बिताएं। यह आपको अपने विचारों और भावनाओं को समझने में मदद करता है और आपको अपने वास्तविक स्वरूप के करीब ले जाता है।
  4. सकारात्मक विचार:
    • हमेशा सकारात्मक सोचें और अपने जीवन को सकारात्मकता से भरपूर रखें। सकारात्मकता आपको अपने भीतर की अच्छाईयों और आत्मा से जोड़ने में मदद करती है।

आत्म-साक्षात्कार के फायदे

आत्म-साक्षात्कार से न केवल हमें मानसिक शांति मिलती है, बल्कि हम अपने जीवन में संतुलन, स्थिरता और एक गहरी खुशी का अनुभव भी करते हैं। यह हमें आत्मविश्वास, साहस, और सही दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।

दोस्तों, आत्म-साक्षात्कार की यह यात्रा जीवन की सबसे महत्वपूर्ण और सुंदर यात्रा है। यह वह यात्रा है, जो हमें हमारे वास्तविक स्वरूप से परिचित कराती है और हमें सच्ची शांति और आनंद की ओर ले जाती है। अगर आप भी इस यात्रा पर निकलने का विचार कर रहे हैं, तो ध्यान, प्राणायाम, और स्वयं से जुड़े सवालों के साथ इसकी शुरुआत करें।

आज के इस छोटे से सत्र में इतना ही। हमें उम्मीद है कि आपको आत्म-साक्षात्कार के इस विषय के बारे में जानकर अच्छा लगा होगा। हम फिर मिलेंगे एक नए और रोचक विषय के साथ। तब तक के लिए, ध्यान में रहें, खुश रहें, और अपने भीतर की यात्रा को जारी रखें।

नमस्कार!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Sachetan Logo

Start your day with a mindfulness & focus boost!

Join Sachetan’s daily session for prayers, meditation, and positive thoughts. Find inner calm, improve focus, and cultivate positivity.
Daily at 10 AM via Zoom. ‍