सचेतन- 03: परीक्षा की तैयारी का तरीका
जीवन की परीक्षा किताबों में नहीं, कर्मों में होती है।
और हर बार जब आप डरे बिना आगे बढ़ते हैं —
आप खुद को, अपने आत्मबल को और अपने सपनों को जीत लेते हैं।
“डर का काम है रोकना —
और विश्वास का काम है चलना।
जो डर के आगे चलता है,
वही जीवन में जीतता है।”
तैयारी का तरीका
अब बात करते हैं — परीक्षा की तैयारी कैसे करें?
👉 पहला नियम — हर दिन थोड़ा पढ़ो, आख़िरी दिन नहीं।
👉 दूसरा — टाइमटेबल बनाओ, और खुद से वादा निभाओ।
👉 तीसरा — पुराने प्रश्न पत्र हल करो, खुद को आज़माओ।
👉 चौथा — नींद पूरी लो, तनाव मत लो।
👉 और सबसे ज़रूरी — खुद पर भरोसा रखो।
बहुत ही प्रेरणादायक और सच्ची पंक्ति है —
“जीवन में तैयारी पूरी हो, तो डर आधा हो जाता है।”
जब हम किसी काम के लिए पूरी तैयारी के साथ खड़े होते हैं, तो हमारे अंदर अपने आप आत्मविश्वास आ जाता है। डर वहाँ पनपता है जहाँ तैयारी अधूरी होती है। चाहे वो एक स्कूल की परीक्षा हो या जीवन की कोई बड़ी चुनौती —
तैयारी हमें मजबूत बनाती है, और डर को कमजोर।
इसलिए जब भी जीवन किसी मोड़ पर आपको परखने लगे, उससे घबराइए मत।
बस खुद से कहिए — “मैं तैयार हूँ।”
तू मेहनत की राह चला, मंज़िल खुद पास आएगी,
तैयारी हो अगर सच्ची, तो डर भी झुक जाएगा।