साधना (Spiritual Practice) का बाइबिल (Bible) में बहुत गहराई से वर्णन किया गया है, यद्यपि वहाँ “साधना” शब्द नहीं आता, लेकिन इसका भाव — आत्म-शुद्धि, ईश्वर से जुड़ना, और प्रेमपूर्ण जीवन जीना — पूरी बाइबिल में स्पष्ट रूप से दिखता है। बाइबिल में साधना का अर्थ है:ईश्वर के प्रति पूर्ण समर्पण,प्रार्थना और ध्यान के माध्यम […]
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सचेतन 3.11 : नाद योग: हमारे जीवन की सच्चाई हमें परमपद की ओर अग्रसर करती है
सूक्ष्मतम नाद से जीव, ईश्वर और ब्रह्म की सत्ता का ज्ञान नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र में, जहाँ हम आपको ध्यान योग साधना की गहराइयों में ले चलेंगे। इस दस मिनट के कार्यक्रम में, हम जानेंगे कि किस प्रकार ध्यान योग […]
