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सचेतन- बुद्धचरितम् 21 सत्रहवाँ सर्ग : बुद्ध के धर्म का सार

राजा विम्बसार ने महात्मा बुद्ध से निवेदन किया कि वे वेणुवन में निवास करें। बुद्ध ने राजा की प्रार्थना स्वीकार कर ली और वेणुवन में शांतचित्त होकर रहने लगे। इसी समय एक दिन एक भिक्षु जिसका नाम अश्वजित था, जो इंद्रियों को जीतने वाला और संयमी था, भिक्षा के लिए नगर गया। जब वह रास्ते […]