सचेतन 3.02 : नाद योग: ख़ुशी के लिए नाद योग
सचेतन 3.02 : नाद योग: ख़ुशी के लिए नाद योग अ, ऊ, म ध्वनियों का शरीर पर प्रभाव नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपका हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र में। आज हम आपको एक ऐसे विषय के बारे में बताएंगे, जिसे जानकर आपकी योग साधना में चार चांद लग जाएंगे। आज का हमारा विषय है ‘ख़ुशी के लिए योग-नाद योग’। यह विषय न सिर्फ आपको योग के महत्व को समझाएगा, बल्कि इसके वैज्ञानिक पहलुओं से भी अवगत कराएगा। तो चलिए, शुरू करते हैं। आधुनिक विज्ञान ने यह साबित कर दिया है कि यह…
सचेतन 3.03 : नाद योग: ॐ का महत्व
नाद योग में ॐ का प्रयोग नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र में। आज हम एक ऐसे विषय पर चर्चा करने जा रहे हैं जो न केवल आध्यात्मिक है बल्कि हमारे मन और शरीर के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। आज का विषय है – नाद योग में प्रार्थना ॐ से आरम्भ क्यों करते हैं। परिचय नाद योग एक प्राचीन भारतीय आध्यात्मिक पद्धति है जो ध्वनि और संगीत के माध्यम से आत्मज्ञान प्राप्त करने पर केंद्रित है। इसमें ध्वनि, संगीत, और मंत्रों का उपयोग किया जाता है ताकि…
सचेतन 3.04 : नाद योग: ॐ को हंस के रूप में दर्शाना
प्रस्तावना और परिचय: ॐ नमः शिवाय! आप सभी का स्वागत है हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र में। आज हम नाद बिंदु उपनिषद के गहन और पवित्र ज्ञान ॐ को हंस के रूप में दर्शाना के बारे में चर्चा करेंगे। हमारी यात्रा की शुरुआत प्रार्थना ॐ से करते हैं। आइए, सब मिलकर प्रार्थना करें: ॐ! हे परमपिता परमात्मा! मेरी वाणी और मेरे मन में अच्छी तरह से स्थिर हों, मेरी मन मेरी वाणी में अच्छी तरह से स्थित हों। हे अव्यक्त प्रकाश रूप परमेश्वर, हमारे लिए आप प्रकट हों। हे प्रभु, वेद शास्त्रों…
सचेतन 3.05 : नाद योग: नाद बिंदु उपनिषद
नाद बिंदु : ऋग्वेद का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है नमस्कार! हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र में स्वागत है। आज हम चर्चा करेंगे नाद बिंदु उपनिषद के बारे में, जो ऋग्वेद का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस उपनिषद में नाद योग के गूढ़ रहस्यों और ध्वनि के महत्व को समझाया गया है। नाद बिंदु उपनिषद का परिचय: नाद बिंदु उपनिषद ऋग्वेद के अंतर्गत आता है और यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण उपनिषद है। इसमें ध्वनि, नाद और उनके आध्यात्मिक महत्व को विस्तार से समझाया गया है। यह उपनिषद हमारे ध्यान, प्राणायाम और आत्म-साक्षात्कार की…
सचेतन 3.06 : नाद योग: नाद बिंदु उपनिषद के चार खंड
सचेतन 3.06 : नाद योग: नाद बिंदु उपनिषद के चार खंड नाद बिंदु उपनिषद के माध्यम से ओंकार की गहनता नमस्कार! आप सभी का स्वागत है हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र में। आज का हमारा विषय है नाद बिंदु उपनिषद और उसके चार खंड। यह उपनिषद नाद योग का गहन मार्गदर्शन प्रदान करता है और आत्म-साक्षात्कार की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आइए, इन चार खंडों को विस्तार से समझें। प्रथम खंड: नाद और ध्यान नाद बिंदु उपनिषद का पहला खंड नाद और ध्यान की प्रक्रिया पर केंद्रित है। इसमें बताया…
सचेतन 3.07 : नाद योग: नाद योग में ॐ की बारह कलाएँ
सचेतन 3.07 : नाद योग: नाद योग में ॐ की बारह कलाएँ परिचय स्वागत है दोस्तों, हमारे इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र में जिसका शीर्षक है “नाद योग में ॐ की बारह कलाएँ”। आज हम बात करेंगे नाद योग के एक महत्वपूर्ण पहलू ॐ की बारह कलाओं के बारे में। इस यात्रा में हम जानेंगे कि नाद योग क्या है, ॐ का महत्व क्या है, और ॐ की बारह कलाओं का हमारी जीवन में क्या योगदान है। नाद योग का परिचय तो चलिए, सबसे पहले जानते हैं कि नाद योग क्या…
सचेतन 3.08 : नाद योग: ॐ की कलाओं का अभ्यास
स्वागत है दोस्तों, हमारे इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र में जिसका शीर्षक है “नाद योग में ॐ की बारह कलाएँ”। आज हम बात करेंगे नाद योग के एक महत्वपूर्ण पहलू ॐ की बारह कलाओं के बारे में। इस यात्रा में हम जानेंगे कि नाद योग क्या है, ॐ का महत्व क्या है, और ॐ की बारह कलाओं का हमारी जीवन में क्या योगदान है। कलाओं का अर्थ और परिभाषा: कलाओं का व्यक्तिगत महत्व: कलाएँ हमारे जीवन के हर पहलू को समृद्ध और प्रेरित करती हैं। वे हमें सुंदरता, रचनात्मकता, और आत्म-अभिव्यक्ति…
सचेतन 3.09 : नाद योग: ॐ की चार मात्राएँ और बारह कलाएँ
नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र में “असंख्य नाद” के एक और रोचक विचार के सत्र में। कलाएँ हमारे जीवन और संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं। वे केवल रचनात्मकता और सौंदर्य का ही नहीं, बल्कि मानव चेतना और समाज के विभिन्न पहलुओं को भी दर्शाती हैं। आइए, विस्तार से समझते हैं कि कलाएँ क्या होती हैं और उनका महत्व क्या है। नाद योग, जिसे ध्वनि योग भी कहा जाता है, योग का एक प्राचीन और महत्वपूर्ण अंग है। नाद का मतलब होता है ध्वनि या कंपन, और…
सचेतन 3.10 : नाद योग: ॐ की बारह कलाएँ और उनका महत्व
नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र में “असंख्य नाद” के एक और रोचक विचार के सत्र में। ॐ की चार मात्राएँ और बारह कलाएँ नाद योग का मूल तत्व हैं। यह ध्वनि हमें आत्म-साक्षात्कार और मोक्ष की दिशा में ले जाती है। ॐ की ध्वनि हमारे जीवन को शुद्ध और पवित्र बनाती है। आज का हमारा विषय है ॐ की बारह कलाएँ और उनका महत्व। यह विषय गहन और पवित्र है, और आज हम इस पर विस्तार से चर्चा करेंगे। ॐ की बारह कलाएँ: ॐ की प्रत्येक…