ध्यान क्या है? ध्यान मन को एकाग्र करने और वर्तमान क्षण में लाने की एक प्राचीन कला है। यह एक मानसिक प्रशिक्षण है जो हमें अपने विचारों, भावनाओं और संवेदनाओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है। ध्यान के लाभ:
Month: June 2024
प्रार्थना का महत्व
प्रार्थना क्या है? प्रार्थना एक आध्यात्मिक अभ्यास है जिसमें हम किसी उच्च शक्ति, ईश्वर, ब्रह्मांड, या अपनी आंतरिक आत्म से जुड़ने का प्रयास करते हैं। यह हमारी भावनाओं, विचारों, और इच्छाओं को व्यक्त करने का एक तरीका है। प्रार्थना आभार, क्षमा, मार्गदर्शन, या शांति के लिए हो सकती है। प्रार्थना का महत्व प्रार्थना के कई […]
प्रार्थना कैसे करें?
प्रार्थना करने का कोई एक सही तरीका नहीं है। यह एक व्यक्तिगत अनुभव है जो आपकी अपनी मान्यताओं और आवश्यकताओं के अनुरूप होना चाहिए। यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं जो आपको प्रभावी ढंग से प्रार्थना करने में मदद कर सकते हैं:
सचेतन 2.103 : रामायण कथा: सुन्दरकाण्ड – प्रार्थना से तीखी लपटोंवाले अग्निदेव शान्तभाव से जलने लगे
“हनुमान जी की लंका में लीला” नमस्कार श्रोताओं! स्वागत है आपका “धर्म कथाएं” सचेतन के इस विचार के सत्र में। आज हम एक ऐसी कथा सुनाने जा रहे हैं जिसमें हनुमान जी के अद्वितीय पराक्रम और उनकी भक्ति का वर्णन है। ये वो समय है जब हनुमान जी ने लंका में प्रवेश किया और सीता […]
सचेतन 2.102 : रामायण कथा: सुन्दरकाण्ड – राक्षसों द्वारा हनुमान जी की पूँछ में आग लगाना और उनका प्रतिकार
हनुमान जी और लंका में पूंछ में आग की कथा नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका “धार्मिक कथाएँ” सचेतन के इस विचार के सत्र में। आज हम आपको सुनाने जा रहे हैं रामायण की एक महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक कथा – “राक्षसों द्वारा हनुमान जी की पूँछ में आग लगाना और उनका प्रतिकार।” तो चलिए, इस रोचक […]
सचेतन 2.101 : रामायण कथा: सुन्दरकाण्ड – रावण की सभा में विभीषण की सलाह
प्राचीन कथाओं की गूंज नमस्कार और स्वागत है “प्राचीन कथाओं की गूंज” में, सचेतन में जहाँ हम आपके लिए लाते हैं ऐतिहासिक और पौराणिक कहानियाँ। आज के विचार की कड़ी में हम जानेंगे कि कैसे विभीषण ने रावण को हनुमान जी के वध से रोका। आइये, सुनते हैं ये रोमांचक कथा। जब वानरशिरोमणि महात्मा हनुमान […]
सचेतन 2.100 : रामायण कथा: सुन्दरकाण्ड – रावण की प्रतिक्रिया और हनुमान जी की अंतिम चेतावनी
“धर्म युद्ध की गाथा: हनुमानजी का पराक्रम” नमस्कार श्रोताओं! स्वागत है आपका “धर्मयुद्ध की कहानियाँ” के तीसरे पड़ाव पर इस सचेतन के विचार के सत्र में। पिछले एपिसोड में हमने सुना कि हनुमान जी ने रावण को श्रीराम का पराक्रम और उनकी धर्मनिष्ठा के बारे में बताया। आज के एपिसोड में हम सुनेंगे कि रावण […]
सचेतन 2.99 : रामायण कथा: सुन्दरकाण्ड – सुग्रीव का संदेश लेकर हनुमान जी लंका पहुँचे।
“धर्म युद्ध की गाथा: हनुमानजी का पराक्रम” नमस्कार श्रोताओं! स्वागत है आपका “धर्मयुद्ध की कहानियाँ” के एक और सचेतन के इस विचार के सत्र में।आज हम सुनेंगे उस अद्वितीय क्षण की कहानी जब महाबली हनुमान जी ने राक्षसराज रावण को श्रीराम के प्रभाव का वर्णन किया। तो चलिए, शुरू करते हैं। हनुमान जी, जो वानरों […]
सचेतन 2.98 : रामायण कथा: सुन्दरकाण्ड – रावण का प्रहस्त के द्वारा हनुमान जी से लंका में आने का कारण पूछना और हनुमान् का अपने को श्रीराम का दूत बताना
“धर्म युद्ध की गाथा: हनुमानजी का पराक्रम” नमस्कार श्रोताओं! स्वागत है आपका हमारे सचेतन के इस विचार के सत्र “धर्मयुद्ध की कहानियाँ” में। आज की कहानी है ‘रावण का प्रहस्त के द्वारा हनुमान जी से लंका में आने का कारण पूछना और हनुमान् का अपने को श्रीराम का दूत बताना’। यह कहानी महात्मा हनुमान जी […]
सचेतन 2.97 : रामायण कथा: सुन्दरकाण्ड – रावण के प्रभावशाली स्वरूप को देखकर हनुमान जी के विचार
“धर्म युद्ध की गाथा: हनुमानजी का पराक्रम” नमस्कार श्रोताओं! स्वागत है आपका हमारे सचेतन के इस विचार के सत्र “धर्मयुद्ध की कहानियाँ” में। आज की कहानी है ‘रावण के प्रभावशाली स्वरूप को देखकर हनुमान जी के मन में उठे विचार’। यह कहानी हमें ले चलती है उस क्षण में जब वीर हनुमान जी ने राक्षसराज […]