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सचेतन 3.26: नाद योग: आत्म-साक्षात्कार

स्वयं को जानने की यात्रा नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र  में।और आज हम बात करेंगे एक ऐसे विषय पर, जो हमारे जीवन की सबसे महत्वपूर्ण यात्रा है—आत्म-साक्षात्कार, यानी स्वयं को जानने की यात्रा। आत्म-साक्षात्कार का मतलब है अपने असली स्वरूप को […]

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सचेतन 3.25 : नाद योग: आत्मा से परमात्मा तक की यात्रा

एक आध्यात्मिक सफर नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र  में। आज हम बात करेंगे एक ऐसे सफर की, जो हमारी आत्मा को परमात्मा से जोड़ता है—आत्मा से परमात्मा तक की यात्रा। हम सब इस जीवन में कुछ न कुछ खोज रहे हैं—शांति, […]

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सचेतन 3.24 : नाद योग: वैष्णवी मुद्रा

गुप्त रहस्य का अद्भुत ज्ञान नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र  में। आज हम बात करेंगे वैष्णवी मुद्रा के बारे में, जिसे समस्त तन्त्र-शास्त्रों में गुप्त रहस्य के रूप में मान्यता प्राप्त है। यह मुद्रा न केवल ध्यान और साधना का महत्वपूर्ण […]

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सचेतन 3.23 : नाद योग: सिद्धासन

सचेतन 3.23 : नाद योग: सिद्धासन  नियमित अभ्यास मन और शरीर को शुद्ध करता है नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र  में। सिद्धासन ध्यान और साधना के लिए अत्यंत उपयुक्त माना जाता है। सिद्धासन की सामान्य विधि: सिद्धासन के लाभ: अन्य लाभ: […]

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सचेतन 3.22 : नाद योग: एक आध्यात्मिक सफर

नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र  में। आज हम एक ऐसे आध्यात्मिक सफर पर निकलने जा रहे हैं, जो आपके मन और आत्मा को शांति और संतुलन प्रदान करेगा। आज का विषय है “नाद योग: एक आध्यात्मिक सफर।” नाद योग, जिसे ध्वनि […]

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सचेतन 3.21 : गहरी योग साधना की पराकाष्ठा

केवल कुम्भक के समय कोई कुम्भक नहीं  नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र  में.  आज हम चर्चा करेंगे एक ऐसे योगिक सिद्धांत के बारे में, जिसे समझना और अनुभव करना साधकों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है—”केवल कुम्भक के समय कोई कुम्भक […]

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सचेतन 3.20 : सिद्धासन के लिए : यम और नियम

योग के नैतिक और अनुशासनिक सिद्धांत नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र  में. सिद्धासन, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, एक ऐसा आसन है जो सभी सिद्धियों को प्रदान करता है। यमों में ब्रह्मचर्य श्रेष्ठ है, नियमों में शौच श्रेष्ठ है, […]

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सचेतन 3.19 : आध्यात्मिक स्वतंत्रता: आत्मा की मुक्ति की यात्रा

नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष सचेतन के इस विचार के सत्र  में.  आज हम एक गहरे और सार्थक विषय पर चर्चा करेंगे, जिसे हम “आध्यात्मिक स्वतंत्रता” कहते हैं। आध्यात्मिक स्वतंत्रता का अर्थ क्या है? यह कैसे प्राप्त होती है, और हमारे जीवन में इसका क्या महत्व है? आइए, इस विषय पर गहराई […]

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सचेतन 3.17-18 : नाद योग: अंतरस्थ विषय: योग और ध्यान की गहनता का केंद्र

सचेतन 3.17-18 : नाद योग: अंतरस्थ विषय: योग और ध्यान की गहनता का केंद्र नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र  में.  आज हम बात करेंगे “अंतरस्थ विषय” के बारे में, जो योग और ध्यान की गहनता का केंद्र होता है। यह विषय […]

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सचेतन 3.17 : नाद योग: अंतरस्थ विषय: योग और ध्यान की गहनता का केंद्र

नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र  में.  आज हम बात करेंगे “अंतरस्थ विषय” के बारे में, जो योग और ध्यान की गहनता का केंद्र होता है। यह विषय योग साधना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और हमारे ध्यान को गहराई तक ले […]