धोखे का नाटक और न्याय जब बुनकर ने कुछ देर बाद उठकर अपनी पत्नी से सवाल पूछे और उसने कोई जवाब नहीं दिया, तो बुनकर को और गुस्सा आ गया। उसने तेज हथियार उठाया और नाइन की नाक काट दी, यह सोचकर कि वह उसकी पत्नी है। नाइन ने रोते-चिल्लाते घर से बाहर निकल कर […]
Month: November 2024
सचेतन, पंचतंत्र की कथा-13 : देव शर्मा का बुनकर और उसकी पत्नी से मुलाक़ात
नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका हमारे सचेतन के इस विचार के सत्र में। आज हम आपके लिए एक ऐसी कहानी लेकर आए हैं जिसमें है विश्वासघात, मोह, और मानवीय स्वभाव की जटिलताएँ कैसे आगे जीवन पर असर डालती है। यह कहानी है देव शर्मा नाम के एक संन्यासी की, जिसे उसके ही शिष्य ने धोखा […]
सचेतन, पंचतंत्र की कथा-12 : आषाढ़भूति, सियार और दूती आदि की कथा-2
यह कहानी एक महत्वपूर्ण सीख देती है कि किस प्रकार मनुष्य को संयम, सतर्कता, और विश्वास का संतुलन साधना चाहिए। इसमें देव शर्मा नामक एक संन्यासी और आषाढ़भूति नामक एक धूर्त पात्र के बीच की घटनाओं को दर्शाया गया है, जिसमें ज्ञान, धोखा और लोभ की परतें उजागर होती हैं। शांति और वैराग्य की चर्चा: […]
सचेतन, पंचतंत्र की कथा-11 : आषाढ़भूति, सियार और दूती आदि की कथा
नमस्कार दोस्तों, स्वागत है! आज हम सुनाएंगे एक रोचक और शिक्षाप्रद पंचतंत्र की कहानी, आषाढ़भूति, सियार और दूती आदि की कथा पंचतंत्र के लेखक विष्णुशर्मा एक विद्वान ब्राह्मण थे। हालांकि कुछ लोग उनके अस्तित्व पर संदेह करते हैं, लेकिन पंचतंत्र के मूल ग्रंथ में उनका नाम लेखक के रूप में दिया गया है, जिसका कोई […]