“नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपका ‘सचेतन पॉडकास्ट’ के एक और रोमांचक और प्रेरणादायक एपिसोड में। आज की कहानी है ‘कौआ, कबूतर और बहेलिये की।’ यह कहानी हमें सिखाएगी कि लालच और अज्ञान से बचकर कैसे समझदारी और धैर्य से जीवन में संकटों को टाला जा सकता है। तो चलिए, शुरू करते हैं।” कहानी का आरंभ […]
Month: December 2024
सचेतन, पंचतंत्र की कथा-40 : तीन मछलियों की कथा
“नमस्कार, दोस्तों! आप सुन रहे हैं ‘सचेतन पॉडकास्ट’, जहाँ हम लाते हैं ज्ञानवर्धक कहानियाँ और उनकी सीख। पिछले एपिसोड में हमने टिटिहरी और समुद्र की कहानी सुनी, जो अहंकार, अति आत्मविश्वास और सलाह को नजरअंदाज करने के खतरों पर आधारित थी। टिटिहरी का जोड़ा समुद्र किनारे अपने अंडे रखने का फैसला करता है, जबकि मादा […]
सचेतन: यीशु मसीह और मरे हुए लड़के की कहानी
नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपका “सचेतन” के इस ख़ास क्रिसमस एपिसोड में। आज हम आपके लिए लाए हैं यीशु मसीह की एक ऐसी कहानी, जो न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि आपको रोमांचित भी करेगी। यह कहानी विश्वास, करुणा, और चमत्कार की शक्ति को दर्शाती है। बहुत समय पहले, गलील नामक एक छोटे से गाँव में […]
सचेतन, पंचतंत्र की कथा-39 : टिटिहरी और समुद्र की कहानी
नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपका “सचेतन” के नए एपिसोड में। किसी देश में समुद्र किनारे टिटिहरी पक्षी का एक जोड़ा रहता था। एक दिन मादा टिटिहरी ने गर्भधारण के बाद नर से कहा,“मेरे प्यारे! अब मेरा प्रसव समय आ गया है। कृपया कोई ऐसा सुरक्षित स्थान खोजिए, जहाँ मैं अपने अंडे दे सकूं।” नर टिटिहरा […]
विश्व ध्यान दिवस 2024: ध्यान की विधि और भगवद् गीता में इसके लाभ
विश्व ध्यान दिवस हर साल 21 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन आत्म-चिंतन, शांति और मानसिक स्थिरता के लिए ध्यान की प्राचीन प्रथाओं की महत्ता को समझाने और प्रचारित करने के लिए समर्पित है। ध्यान की विधि (Meditation Method): भगवद् गीता के अनुसार, ध्यान करने के लिए यह आवश्यक है कि मनुष्य अपने मन […]
सचेतन, पंचतंत्र की कथा-38 : लोहे की तराजू और बनिए की कथा-2
करटक ने दमनक को समझाते हुए कहा कि मूर्ख व्यक्ति अपनी कुबुद्धि और स्वार्थ के कारण अक्सर ऐसा कार्य कर बैठता है, जिससे दूसरों का नुकसान होता है और अंततः वह स्वयं भी नष्ट हो जाता है। उसने जोर दिया कि किसी भी उपाय को अपनाने से पहले उसके खतरों और परिणामों पर ध्यान देना […]
सचेतन, पंचतंत्र की कथा-37 : लोहे की तराजू और बनिए की कथा
हमने धर्मबुद्धि और पापबुद्धि की कथा और बगला, सांप और केकड़े की कहानी सुना और यह जाना कि किस तरह बिना सोचे-समझे कोई उपाय करना विनाश को आमंत्रित कर सकता है।जिस स्थान पर छोटी-छोटी बातें अनदेखी की जाती हैं और मूर्खता या दुष्टता को बढ़ावा दिया जाता है, वहाँ बड़ी-बड़ी समस्याएँ स्वतः ही उत्पन्न हो […]
सचेतन, पंचतंत्र की कथा-36 : बगला, सांप और केकड़े की कहानी
नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपका “सचेतन” के नए एपिसोड में। पिछले एपिसोड में हमने धर्मबुद्धि और पापबुद्धि की कहानी सुनी, जिसमें हमने सीखा कि बिना सोचे-समझे उठाए गए कदम विनाशकारी हो सकते हैं। आज की कहानी भी एक ऐसी ही सीख देती है, जहां एक बगले ने अपनी मूर्खता से अपने पूरे परिवार का नाश […]
सचेतन, पंचतंत्र की कथा-35 : धर्मबुद्धि और पापबुद्धि की कथा-2
आज हम धर्मबुद्धि और पापबुद्धि की कहानी को आगे बढ़ाते हैं।”सचेतन” के विचार के सत्र में आपका स्वागत है! पहला भाग:किसी नगर में धर्मबुद्धि और पापबुद्धि नाम के दो मित्र रहते थे। एक दिन पापबुद्धि ने लालच में आकर धर्मबुद्धि को सुझाव दिया कि वे परदेश जाकर धन कमाएं। धर्मबुद्धि की ईमानदारी और मेहनत से […]
सचेतन, पंचतंत्र की कथा-34 : धर्मबुद्धि और पापबुद्धि की कथा
नमस्कार दोस्तों!आप सभी का “सचेतन” के इस नए एपिसोड में हार्दिक स्वागत है। पिछले एपिसोड में हमने “बंदर और गौरैया” की कहानी सुनी, जिसमें यह संदेश दिया गया था कि दूसरों को कष्ट देकर खुशी पाने की कोशिश करने वाला व्यक्ति अपने विनाश की ओर अग्रसर होता है। इसके साथ ही हमने शास्त्रों में वर्णित […]