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सचेतन- 04: क्या हर मनुष्य मोक्ष चाहता है?

सृष्टि में करोड़ों जीव हैं — कीड़े, मछलियाँ, पक्षी, पशु… लेकिन इंसान? संख्या में बहुत कम। क्यों? क्योंकि सिर्फ मनुष्य ही सोच सकता है, श्रद्धा रख सकता है, अपने जीवन के उद्देश्य को पहचान सकता है। यानी सिर्फ इंसान को ही ज्ञान, कर्म और आनंद — इन तीनों का अनुभव करने की पूरी क्षमता है।पेड़–पौधे […]

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सचेतन- 03 महापुरुषों का संग – आत्मज्ञान की सीढ़ी

महापुरुषों का संग।अगर हमें जीवन का सत्य जानना है, तो हमें किसी ज्ञानी गुरु के पास जाना होगा, जिससे हम यह अनुभव कर सकें कि — हम ब्रह्म हैं, हम वही चेतना हैं जो सब में व्याप्त है।गुरु की कृपा से ही अज्ञान मिटता है। महापुरुषों का संग – आत्मज्ञान की सीढ़ी अगर हमें इस […]

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सचेतन- 02: मनुष्य जन्म: चेतना की उच्चतम अवस्था

सचेतन का कार्यक्रम धार्मिक शिक्षा नहीं, बल्कि जीवन का दिशा–सूचक तारा है।यह हमें आलस्य, भ्रम और अज्ञान से मुक्त करके ज्ञान, कर्म और आत्मोन्नति की ओर ले जाता है। मनुष्य जन्म का आध्यात्मिक अर्थ क्या है? मनुष्य जन्म कोई सामान्य बात नहीं है। यह परमात्मा का दिया हुआ एक विशेष अवसर है — स्वयं को […]

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सचेतन- 01: मनुष्यत्व – इस जीवन का सच्चा मूल्य

Manushyattva (Human Birth) is Rare and Precious  नमस्कार! स्वागत है आपका सचेतन के इस खास एपिसोड में। आज हम बात करेंगे – मनुष्यत्व की, यानी मनुष्य-जन्म की महत्ता और उसका आध्यात्मिक रहस्य। क्या आपने कभी सोचा है कि हम इंसान बने — यह कितनी बड़ी बात है? जी हाँ, वेद और उपनिषद में यह स्पष्ट […]