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सचेतन- 6: निदिध्यासन – आत्मा का साक्षात्कार

स्वामी विवेकानंद कहते थे — “जब विचारों का शुद्धिकरण हो जाता है, तब मन सत्य में स्थित होता है। तब ज्ञाता और ज्ञेय के बीच भेद मिट जाता है। यही है निदिध्यासन — आत्मा के स्वरूप में स्थित हो जाना।” निष्कर्ष निदिध्यासन आत्म-चिंतन की वह पराकाष्ठा है, जहाँ ‘जानना’ और ‘हो जाना’ एक हो जाता […]

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सचेतन- 5: सत्य पर गहन ध्यान

निदिध्यासन (Nididhyasanam) – “ध्यान और आत्मसात” सुने और समझे हुए ज्ञान को ध्यानपूर्वक आत्मसात करना, अर्थात उस ज्ञान को अपने जीवन और चेतना में पूरी तरह उतारना। निदिध्यासन (Nididhyasana) – सत्य पर गहन ध्यान निदिध्यासन का अर्थ है — किसी सत्य, विचार, मंत्र या उपदेश पर बार-बार, एकाग्र होकर ध्यान करना। यह केवल सोचने भर […]

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सचेतन- 2: सुनने मात्र से चेतना की जागृति का मार्ग

चेतना को जानने के तीन मार्ग 1. श्रवण (Shravanam) – “सुनना और ग्रहण करना” परिभाषा: श्रवण का अर्थ है – गुरु या आचार्य से वेद, उपनिषद, भगवद्गीता जैसे शास्त्रों का ज्ञान श्रद्धा और ध्यानपूर्वक सुनना। महत्व: कैसे करें: कहानी: अर्जुन का श्रवण – समर्पण से ज्ञान की ओर कुरुक्षेत्र का मैदान युद्ध के लिए तैयार […]

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सचेतन- 15: धन्यवाद और रिश्तों में सिद्धता

धन्यवाद केवल औपचारिक “शब्द” नहीं है — यह हमारे रिश्तों की गहराई और मूल्य की पहचान का प्रतीक है। जब हम किसी को धन्यवाद देते हैं, तो हम यह स्वीकार करते हैं कि उस व्यक्ति ने हमारे जीवन में कोई सकारात्मक असर डाला है। एक रिश्ते में: इसलिए — जिस रिश्ते में धन्यवाद है, वो […]

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सचेतन- 14: धन्यवाद देना और उसे आत्म साथ करना

“धन्यवाद देना और उसे आत्म साथ करना” — इस वाक्य का अर्थ गहराई से जुड़ा हुआ है विनम्रता, कृतज्ञता और आत्मविकास से। इसे दो भागों में समझा जा सकता है: 1. धन्यवाद देना (Gratitude) धन्यवाद देना केवल औपचारिक “शब्द” नहीं है, बल्कि यह मन का भाव है, जो यह दर्शाता है कि हम किसी व्यक्ति […]

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सचेतन- 13: ध्यान-सूत्र: “दशाङ्गुलम् – उस पार भी कुछ है

“आप एक साथ बहुत कुछ सोचते हो, एक साथ अपनी सोच के माध्यम से कई जगह पहुँच जाते हो, फिर भी कुछ शेष रह जाता है” —अद्भुत है। यह ठीक उसी तरह है जैसे हमारा मन, चिंतन और कल्पना बहुत विशाल है — वह कई संभावनाओं तक एक साथ पहुंच सकता है, लेकिन पूर्णता फिर […]

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सचेतन: समझो ऑटिज़्म को – 2 अप्रैल का महत्व

नमस्कार दोस्तों! “समझो और साथ चलो” – आज सचेतन की इस विचार के सत्र में हम बात करते हैं – जो आपको समाज के उन खास हिस्सों से जोड़ता है, जिनकी ज़रूरत है हमारी समझ, हमारा साथ। आज की तारीख है 2 अप्रैल, और आज हम बात करेंगे “वर्ल्ड ऑटिज्म अवेयरनेस डे” की। क्या आपने […]

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सचेतन: शब-ए-बारात के बारे में जानकारी

शब-ए-बारात, जिसे ‘बरात की रात’ के रूप में भी जाना जाता है, इस्लामी कैलेंडर के आठवें महीने शाबान की 14वीं और 15वीं रात को मनाई जाती है। यह रात मुसलमानों के लिए बहुत पवित्र मानी जाती है। माना जाता है कि पैगंबर मुहम्मद इस शुभ रात को मक्का पहुंचे थे । एक अन्य प्रचलित कथा […]

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सचेतन: यीशु मसीह और मरे हुए लड़के की कहानी

नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपका “सचेतन” के इस ख़ास क्रिसमस एपिसोड में। आज हम आपके लिए लाए हैं यीशु मसीह की एक ऐसी कहानी, जो न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि आपको रोमांचित भी करेगी। यह कहानी विश्वास, करुणा, और चमत्कार की शक्ति को दर्शाती है। बहुत समय पहले, गलील नामक एक छोटे से गाँव में […]

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International day of persons with disabilities  3 Dec 2024

सुप्रभात, सभी को, नमस्कार दोस्तों! आपका स्वागत है “सचेतन” के इस सत्र में, यह मेरे लिए एक बहुत बड़ा सम्मान है कि मैं आज इस महत्वपूर्ण अवसर पर आप सभी से यह विचार रख रहा हूँ, जब हम अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस मना रहे हैं। इस वर्ष की थीम “समावेशी और सतत भविष्य के लिए दिव्यांग […]