0 Comments

सचेतन 3.32 : नाद योग: चार अवस्थाएँ: आत्मा के अनुभव का सफर

नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपका “सचेतन” कार्यक्रम में। और आज हम आत्मा के चार प्रमुख अनुभवों पर चर्चा करेंगे, जिन्हें चार अवस्थाएँ कहा जाता है। यह एक महत्वपूर्ण विषय है, जो हमें आत्मा के विभिन्न अनुभवों के माध्यम से जीवन के गहरे अर्थ को समझने में मदद करता है। चार अवस्थाएँ: आत्मा का सफर आत्मा […]

0 Comments

सचेतन 3.30 : शिक्षक दिवस: सम्मान और संस्कार का महत्व

सचेतन 3.30 : शिक्षक दिवस: सम्मान और संस्कार का महत्व नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपके पसंदीदा “सचेतन” कार्यक्रम में, और आज हम बात करेंगे एक ऐसे खास दिन के बारे में, जो न केवल शिक्षा के महत्व को रेखांकित करता है, बल्कि हमारे शिक्षकों के प्रति सम्मान और संस्कार की भावना को भी उजागर करता […]

0 Comments

सचेतन 3.29 : नाद योग: ॐ कार के आठ अङ्ग, चार पैर, तीन नेत्र, और पाँच दैवतों का महत्व

जो व्यक्ति ॐ कार (प्रणव) से अनभिज्ञ है, उसे ब्राह्मण नहीं कहा जा सकता… नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र  में। और आज हम चर्चा करेंगे “ॐ कार” के बारे में, जिसे ब्रह्मांड का सार माना जाता है। यह पवित्र ध्वनि, जो […]

0 Comments

सचेतन 3.28 : नाद योग: ॐ की शक्ति

सृष्टि की मूल ध्वनि नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र  में।और आज हम बात करेंगे उस शक्तिशाली ध्वनि के बारे में, जो न केवल हमारी आध्यात्मिक यात्रा का आधार है, बल्कि पूरी सृष्टि का मूल भी है—ॐ की शक्ति। ॐ का महत्व […]

0 Comments

सचेतन 3.27 : नाद योग: ॐ कार रूपी एकाक्षर

आध्यात्मिक सफर की शुरुआत नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र  में। आज हम बात करेंगे उस एकाक्षर के बारे में, जो न केवल हमारे जीवन का आधार है, बल्कि पूरे ब्रह्मांड की ध्वनि का प्रतीक भी है। जी हाँ, हम बात कर […]

0 Comments

सचेतन 3.26: नाद योग: आत्म-साक्षात्कार

स्वयं को जानने की यात्रा नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र  में।और आज हम बात करेंगे एक ऐसे विषय पर, जो हमारे जीवन की सबसे महत्वपूर्ण यात्रा है—आत्म-साक्षात्कार, यानी स्वयं को जानने की यात्रा। आत्म-साक्षात्कार का मतलब है अपने असली स्वरूप को […]

0 Comments

सचेतन 3.25 : नाद योग: आत्मा से परमात्मा तक की यात्रा

एक आध्यात्मिक सफर नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र  में। आज हम बात करेंगे एक ऐसे सफर की, जो हमारी आत्मा को परमात्मा से जोड़ता है—आत्मा से परमात्मा तक की यात्रा। हम सब इस जीवन में कुछ न कुछ खोज रहे हैं—शांति, […]

0 Comments

सचेतन 3.24 : नाद योग: वैष्णवी मुद्रा

गुप्त रहस्य का अद्भुत ज्ञान नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र  में। आज हम बात करेंगे वैष्णवी मुद्रा के बारे में, जिसे समस्त तन्त्र-शास्त्रों में गुप्त रहस्य के रूप में मान्यता प्राप्त है। यह मुद्रा न केवल ध्यान और साधना का महत्वपूर्ण […]

0 Comments

सचेतन 3.23 : नाद योग: सिद्धासन

सचेतन 3.23 : नाद योग: सिद्धासन  नियमित अभ्यास मन और शरीर को शुद्ध करता है नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र  में। सिद्धासन ध्यान और साधना के लिए अत्यंत उपयुक्त माना जाता है। सिद्धासन की सामान्य विधि: सिद्धासन के लाभ: अन्य लाभ: […]

0 Comments

सचेतन 3.22 : नाद योग: एक आध्यात्मिक सफर

नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र  में। आज हम एक ऐसे आध्यात्मिक सफर पर निकलने जा रहे हैं, जो आपके मन और आत्मा को शांति और संतुलन प्रदान करेगा। आज का विषय है “नाद योग: एक आध्यात्मिक सफर।” नाद योग, जिसे ध्वनि […]