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सचेतन :55 श्री शिव पुराण- रूद्र संहिता: नारद ने विषय-वासनाओं पर विजय प्राप्त करने के लिए परब्रह्म की कठोर साधना

सचेतन :55 श्री शिव पुराण- रूद्र संहिता: नारद ने विषय-वासनाओं पर विजय प्राप्त करने के लिए परब्रह्म की कठोर साधना  Rudra Samhita: Describing the Birth of Parvati, Sita and Radha पार्वती, उमा या गौरी मातृत्व, शक्ति, प्रेम, सौंदर्य, सद्भाव, विवाह, संतान की देवी हैं। देवी पार्वती कई अन्य नामों से जानी जाती है, वह सर्वोच्च […]

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सचेतन :54 श्री शिव पुराण- रूद्र संहिता: पार्वती, सीता और राधा के जन्म शक्ति स्वरूप का वर्णन

सचेतन :54 श्री शिव पुराण- रूद्र संहिता: पार्वती, सीता और राधा के जन्म शक्ति स्वरूप का वर्णन – Rudra Samhita: Describing the Birth of Parvati, Sita and Radha दक्ष की साठ कन्याओं से सृष्टि की उत्पत्ति हुई और उनका विवाह श्रेष्ठ मुनियों के साथ हुआ था। उन कन्याओं में एक स्वधा नाम की कन्या थी, […]

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सचेतन :53 श्री शिव पुराण- रूद्र संहिता: पार्वती, सीता और राधा के जन्म का वर्णन

सचेतन :53 श्री शिव पुराण- रूद्र संहिता: पार्वती, सीता और राधा के जन्म का वर्णन  Rudra Samhita: Describing the Birth of Parvati, Sita and Radha नारदजीने पूछा-विधे! विद्वन्! अब आदरपूर्वक मेरे सामने मेनाकी उत्पत्तिका वर्णन कीजिये। उसे किस प्रकार शाप प्राप्त हुआ था, यह कहिये और मेरे संदेहका निवारण कीजिये। ब्रहााजी बोले—मुने! मैंने अपने दक्ष […]

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सचेतन :52 श्री शिव पुराण- रूद्र संहिता

Manovikas Charitable Society 2022

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सचेतन :51 श्री शिव पुराण- रूद्र संहिता

सचेतन :51 श्री शिव पुराण- रूद्र संहिता Manovikas Charitable Society 2022

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सचेतन :50 श्री शिव पुराण- शिवलिंग की पूजा, सेवा और जप करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

सचेतन :50 श्री शिव पुराण- शिवलिंग की पूजा, सेवा और जप करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। 👏 Sachetan: Worshiping, serving and chanting of Shivling fulfils all desires. शिवलिंग भगवान शिव की रचनात्मक और विनाशकारी दोनों ही शक्तियों को प्रदर्शित करता है। शिवलिंग का अर्थ होता है ‘सृजन ज्योति’ यानी भगवान शिव का आदि-अनादि स्वरुप। […]

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सचेतन :49 श्री शिव पुराण- कैसे करें शिवलिंग की प्राणप्रतिष्ठा

सचेतन :49 श्री शिव पुराण- कैसे करें शिवलिंग की स्थापना और प्राणप्रतिष्ठा? ऋषियों ने पूछा- सूत जी ! शिवलिंग की स्थापना कैसे करनी चाहिए? उसका लक्षण क्या है? तथा उसकी पूजा कैसे करनी चाहिए किस देश काल में करनी चाहिए और किस द्रव्य के द्वारा उसका निर्माण होना चाहिए श्रुति जी ने कहा महर्षि मैं […]

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सचेतन :47. श्री शिव पुराण- कैसे करें शिवलिंग की स्थापना?

सचेतन :47. श्री शिव पुराण- कैसे करें शिवलिंग की स्थापना? Sachetan:How to establish Shivling? शिव जी कहते हैं की मेरा या मेरे लिंगका दर्शन प्रभातकालमें ही – प्रातः और संगव (मध्याह्नके पूर्व ) कालमें करना चाहिये। मेरे दर्शन-पूजन के लिये चतुर्दशी तिथि निशीथ व्यापिनी अथवा प्रदोष व्यापिनी लेनी चाहिये। निशीथ काल: रात्रि का आठवां मुहूर्त […]

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सचेतन :46. श्री शिव पुराण- भगवान शिव के दर्शन और पूजा के मुहूर्त का विधान

सचेतन :46. श्री शिव पुराण- भगवान शिव के दर्शन और पूजा के मुहूर्त का विधान  Sachetan:When is the time for darshan and worship of Lord Shiva शिव जी कहते हैं की मेरा या मेरे लिंगका दर्शन प्रभातकालमें ही – प्रातः और संगव (मध्याह्नके पूर्व ) कालमें करना चाहिये। मेरे दर्शन-पूजन के लिये चतुर्दशी तिथि निशीथ […]

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सचेतन :45. श्री शिव पुराण- गायत्री मंत्र से 24 शक्तियों की प्राप्ति होती है

सचेतन :45. श्री शिव पुराण- गायत्री मंत्र से 24 शक्तियों की प्राप्ति होती है Sachetan:Gayatri Mantra gives 24 powers गायत्री मन्त्र में चौबीस अक्षर होते हैं, यह 24 अक्षर चौबीस शक्तियों-सिद्धियों के प्रतीक हैं। यह मन्त्र विश्वामित्र के इस सूक्त के 18 मन्त्रों में केवल एक है, किन्तु अर्थ की दृष्टि से इसकी महिमा का […]