नमस्कार दोस्तों! आपका स्वागत है हमारे ‘सचेतन सत्र’ में। आज की कहानी एक व्यक्ति की है, जो गरीबी और धन के बीच उलझा हुआ था। वह सोचने लगा, “अब मुझमें एक अंगुली भी कूदने की ताकत नहीं बची है, इसलिए धनहीन पुरुषों का जीवन व्यर्थ है।” एक कहावत है,“बिना धन के थोड़ी बुद्धि वाले पुरुष […]
