शास्त्रों में पुत्रों को चार प्रकार का बताया गया है—जात, अनुजात, अतिजात और अपजात। नमस्कार दोस्तों! “सचेतन” के दूसरे एपिसोड में आपका स्वागत है। पिछले एपिसोड में हमने “बंदर और गौरैया” की कहानी सुनी। गौरैया ने अपने घोंसले के टूटने के बाद कहा, “दूसरों को कष्ट पहुंचाकर खुश होने वाला व्यक्ति अपने विनाश की ओर […]