शास्त्रों में पुत्रों को चार प्रकार का बताया गया है—जात, अनुजात, अतिजात और अपजात। नमस्कार दोस्तों! “सचेतन” के दूसरे एपिसोड में आपका स्वागत है। पिछले एपिसोड में हमने “बंदर और गौरैया” की कहानी सुनी। गौरैया ने अपने घोंसले के टूटने के बाद कहा, “दूसरों को कष्ट पहुंचाकर खुश होने वाला व्यक्ति अपने विनाश की ओर […]
Tag: बंदर और गौरैया की कथा
सचेतन, पंचतंत्र की कथा-32 : बंदर और गौरैया की कथा
नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपका “सचेतन” के इस खास एपिसोड में, जहाँ हम पंचतंत्र की एक और रोचक कहानी लेकर आए हैं। आज की कहानी है, “बंदर और गौरैया।” किसी जंगल में एक शमी के वृक्ष की एक डाल पर गौरय्या का एक जोड़ा अपना घोंसला बनाकर सुखपूर्वक रहता था। एक दिन ठंडी हवाओं के […]