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सचेतन, पंचतंत्र की कथा-13 : देव शर्मा  का बुनकर और उसकी पत्नी से मुलाक़ात 

नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका हमारे सचेतन के इस विचार के सत्र में। आज हम आपके लिए एक ऐसी कहानी लेकर आए हैं जिसमें है विश्वासघात, मोह, और मानवीय स्वभाव की जटिलताएँ कैसे आगे जीवन पर असर डालती है। यह कहानी है देव शर्मा नाम के एक संन्यासी की, जिसे उसके ही शिष्य ने धोखा […]

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सचेतन 3.41 : नाद योग: आंतरिक आनंद का महत्व

आंतरिक आनंद का वास्तविक अर्थ नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपके पसंदीदा “सचेतन” कार्यक्रम में। आज हम चर्चा करेंगे आंतरिक आनंद के गहरे महत्व पर। इसे समझने के लिए एक प्राचीन कथा के माध्यम से जानेंगे कि वास्तविक आनंद कहाँ छिपा है और इसे प्राप्त करने के लिए हमें किस दिशा में यात्रा करनी चाहिए। आइए, […]