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सचेतन:बुद्धचरितम्-15 श्रेणभिगमनम्: (राजमार्ग का अनुसरण)

यह कहानी एक ऐसे राजकुमार की है, जिसने अपनी विलासपूर्ण जीवनशैली, महल, परिवार और राज्य को छोड़कर सत्य की खोज में निकलने का निश्चय किया। राजकुमार ने मंत्री और पुरोहित को पीछे छोड़ दिया और गंगा नदी को पार करके राजगृह नामक नगरी पहुँचा। राजगृह धन-धान्य और सुंदर भवनों से सम्पन्न एक भव्य नगरी थी। […]