सचेतन 3.22 : नाद योग: एक आध्यात्मिक सफर

| | 0 Comments

नमस्कार श्रोताओं, और स्वागत है इस हमारे विशेष नाद योग (योग विद्या) पर सचेतन के इस विचार के सत्र  में। आज हम एक ऐसे आध्यात्मिक सफर पर निकलने जा रहे हैं, जो आपके मन और आत्मा को शांति और संतुलन प्रदान करेगा। आज का विषय है “नाद योग: एक आध्यात्मिक सफर।”

नाद योग, जिसे ध्वनि योग भी कहा जाता है, योग का एक प्राचीन और महत्वपूर्ण अंग है। नाद का मतलब होता है ध्वनि या कंपन, और योग का मतलब होता है जुड़ना। इस प्रकार, नाद योग का अर्थ है ध्वनि या संगीत के माध्यम से आत्मा और परमात्मा के साथ जुड़ना। यह योग की एक ऐसी पद्धति है जिसमें ध्वनि के माध्यम से ध्यान और आत्मसाक्षात्कार की प्रक्रिया होती है।

नाद योग का इतिहास

नाद योग की उत्पत्ति वेदों और उपनिषदों में बताई गई है। इसे प्राचीन ऋषि-मुनियों द्वारा साधना का एक प्रमुख साधन माना जाता था। नाद योग के माध्यम से वे उच्चतम चेतना की अवस्था को प्राप्त करते थे। यह योग पद्धति न केवल भारतीय संस्कृति में बल्कि तिब्बती बौद्ध धर्म में भी महत्वपूर्ण स्थान रखती है।

नाद योग के प्रकार

नाद योग को मुख्य रूप से दो प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है:

  1. आहट नाद: यह बाहरी ध्वनियों से संबंधित होता है, जैसे कि संगीत वाद्ययंत्र, मंत्र, और भजन। यह ध्वनियाँ हमारे ध्यान की शुरुआती अवस्था में सहायक होती हैं और हमें बाहरी जगत से जोड़ती हैं।
  2. अनाहत नाद: यह आंतरिक ध्वनियों से संबंधित होता है, जो ध्यान और साधना के माध्यम से सुनी जा सकती हैं। अनाहत नाद वह ब्रह्मांडीय ध्वनि है जो हर जगह मौजूद होती है, जिसे महसूस किया जा सकता है, लेकिन कोई इसे बना नहीं सकता।

नाद योग की विधि

नाद योग का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले आपको एक शांत और स्थिर स्थान चुनना होगा। बैठकर अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें। अपनी आँखें बंद करें और गहरी साँस लें। फिर किसी भी ध्वनि का चयन करें जो आपको पसंद हो, जैसे कि ‘ओम’, ‘आ’, ‘म’, आदि। इस ध्वनि को बार-बार गुनगुनाएं और ध्यान को ध्वनि पर केंद्रित करें।

नाद योग के लाभ

नाद योग के अनेक लाभ हैं। यह मानसिक शांति, तनाव मुक्ति, और ध्यान की गहरी अवस्था प्राप्त करने में मदद करता है। यह आत्म-साक्षात्कार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके नियमित अभ्यास से जीवन में संतुलन और शांति बनी रहती है।

नाद योग के अनुभव

बहुत से लोगों ने नाद योग के माध्यम से अपने जीवन में अद्भुत परिवर्तन देखे हैं। उनकी मानसिक स्थिति में सुधार हुआ है, आत्मविश्वास बढ़ा है, और जीवन के प्रति उनका दृष्टिकोण सकारात्मक हुआ है। यह योग पद्धति सभी उम्र के लोगों के लिए लाभकारी है।

आज के इस विचार के सत्र में हमने नाद योग के बारे में जाना। यदि आप भी अपने जीवन में शांति और संतुलन लाना चाहते हैं, तो नाद योग का अभ्यास अवश्य करें। हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी उपयोगी लगी होगी।

यह सत्र नाद योग की गहनता और उसके लाभों पर आधारित था। अगर आपके मन में कोई सवाल या सुझाव हो, तो हमें जरूर बताएं। तब तक के लिए, ध्यान और शांति की इस यात्रा पर बने रहें। धन्यवाद!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Sachetan Logo

Start your day with a mindfulness & focus boost!

Join Sachetan’s daily session for prayers, meditation, and positive thoughts. Find inner calm, improve focus, and cultivate positivity.
Daily at 10 AM via Zoom. ‍