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सचेतन, पंचतंत्र की कथा-35 : धर्मबुद्धि और पापबुद्धि की कथा-2

आज हम धर्मबुद्धि और पापबुद्धि की कहानी को आगे बढ़ाते हैं।”सचेतन” के विचार के सत्र में आपका स्वागत है! पहला भाग:किसी नगर में धर्मबुद्धि और पापबुद्धि नाम के दो मित्र रहते थे। एक दिन पापबुद्धि ने लालच में आकर धर्मबुद्धि को सुझाव दिया कि वे परदेश जाकर धन कमाएं। धर्मबुद्धि की ईमानदारी और मेहनत से […]

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सचेतन, पंचतंत्र की कथा-34 : धर्मबुद्धि और पापबुद्धि की कथा

नमस्कार दोस्तों!आप सभी का “सचेतन” के इस नए एपिसोड में हार्दिक स्वागत है। पिछले एपिसोड में हमने “बंदर और गौरैया” की कहानी सुनी, जिसमें यह संदेश दिया गया था कि दूसरों को कष्ट देकर खुशी पाने की कोशिश करने वाला व्यक्ति अपने विनाश की ओर अग्रसर होता है। इसके साथ ही हमने शास्त्रों में वर्णित […]

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सचेतन, पंचतंत्र की कथा-33 : बंदर और गौरैया की कथा-2

शास्त्रों में पुत्रों को चार प्रकार का बताया गया है—जात, अनुजात, अतिजात और अपजात। नमस्कार दोस्तों! “सचेतन” के दूसरे एपिसोड में आपका स्वागत है। पिछले एपिसोड में हमने “बंदर और गौरैया” की कहानी सुनी। गौरैया ने अपने घोंसले के टूटने के बाद कहा, “दूसरों को कष्ट पहुंचाकर खुश होने वाला व्यक्ति अपने विनाश की ओर […]

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सचेतन, पंचतंत्र की कथा-32 : बंदर और गौरैया की कथा

नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपका “सचेतन” के इस खास एपिसोड में, जहाँ हम पंचतंत्र की एक और रोचक कहानी लेकर आए हैं। आज की कहानी है, “बंदर और गौरैया।” किसी जंगल में एक शमी के वृक्ष की एक डाल पर गौरय्या का एक जोड़ा अपना घोंसला बनाकर सुखपूर्वक रहता था। एक दिन ठंडी हवाओं के […]

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सचेतन, पंचतंत्र की कथा-31 : सूचीमुख और बंदर की कथा

नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपके पसंदीदा कार्यक्रम “सचेतन” में, जहाँ हम प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक कहानियों के माध्यम से जीवन के महत्वपूर्ण पाठ सीखते हैं। आज की कहानी है “सूचीमुख और बंदर की कथा”। यह कहानी हमें सिखाती है कि जहाँ समझदारी से काम लेने की जरूरत हो, वहाँ मूर्खों के साथ व्यर्थ की बहस करना […]

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सचेतन, पंचतंत्र की कथा-30 :सिंह, ऊँट, सियार और कौए की कथा-३

नमस्कार दोस्तों! “सचेतन” के तीसरे एपिसोड में आपका स्वागत है। पिछली बार हमने देखा कि कैसे ऊँट को छलपूर्वक मारा गया। आज हम इस कहानी का अंतिम भाग सुनेंगे। ऊँट ने अपनी जान देने का प्रस्ताव रखा था, और सियार और चीते ने तुरंत उसकी हत्या कर दी। बाद में सभी ने मिलकर उसे खा […]

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सचेतन, पंचतंत्र की कथा-29 :सिंह, ऊँट, सियार और कौए की कथा-२

स्वागत है आपका “सचेतन” के विचार के सत्र में जहां हम सिंह, ऊँट, सियार और कौए की कथा के दूसरे एपिसोड में हैं। पिछली बार हमने देखा कि मदोत्कट सिंह बुरी तरह घायल हो गया था और उसके नौकर भूख से परेशान थे। यहां से कहानी एक और मोड़ लेती है, जहां लोभ और स्वामी-भक्ति […]

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सचेतन, पंचतंत्र की कथा-26 :सियार की चाल

सियार चंडरव की कथा नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपका “सचेतन” के इस नए सत्र में, जहाँ हम पंचतंत्र की अद्भुत कहानियों से जीवन की महत्वपूर्ण सीख लेते हैं। आज की कहानी एक सियार ‘चंडरव’ की है, जो अपनी चतुराई और किस्मत के कारण जंगल का राजा बन जाता है, लेकिन अंत में उसकी असलियत सभी […]

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सचेतन, पंचतंत्र की कथा-25 : जू और खटमल की कथा

नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपका “सचेतन” के इस नए सत्र में, जहाँ हम पंचतंत्र की अद्भुत और शिक्षाप्रद कहानियों से सीखते हैं। आज की कहानी एक राजा, एक जूं, और एक खटमल की है। इस कहानी से हमें यह सीखने को मिलता है कि अजनबियों पर बिना सोचे-समझे विश्वास करना कैसे नुकसानदायक हो सकता है। […]