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सचेतन, पंचतंत्र की कथा-27 :सियार की चाल-2

सियार चंडरव की कथा नमस्कार दोस्तों! आपका स्वागत है “सचेतन” के इस सत्र में, जहाँ हम पंचतंत्र की कहानियों से सीख और प्रेरणा लेते हैं। आज की कहानी है एक चालाक सियार ‘चंडरव’ की, जो जंगल के दूसरे जानवरों को अपनी बुद्धिमानी से ठगता है। एक दिन भूख से परेशान होकर चंडरव नामक सियार भोजन […]

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सचेतन, पंचतंत्र की कथा-26 :सियार की चाल

सियार चंडरव की कथा नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपका “सचेतन” के इस नए सत्र में, जहाँ हम पंचतंत्र की अद्भुत कहानियों से जीवन की महत्वपूर्ण सीख लेते हैं। आज की कहानी एक सियार ‘चंडरव’ की है, जो अपनी चतुराई और किस्मत के कारण जंगल का राजा बन जाता है, लेकिन अंत में उसकी असलियत सभी […]

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सचेतन, पंचतंत्र की कथा-24 : सिंह और खरगोश की कथा-3

एक दिन खरगोश की बारी आई। खरगोश चिंतित था लेकिन उसने अपनी चतुराई से सिंह को मारने की योजना बनाई। रास्ते में उसे एक कुआँ मिला, और उसकी परछाई देखकर उसने सोचा कि इसी कुएं का इस्तेमाल कर सिंह को गुस्सा दिलाकर फंसाया जा सकता है। सिंह के पास देर से पहुँचने पर उसने सिंह […]

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सचेतन, पंचतंत्र की कथा-23 : सिंह और खरगोश की कथा-2

नमस्कार दोस्तों! आपका स्वागत है सचेतन के इस विचार के सत्र  में में, जहाँ हम पंचतंत्र से अद्भुत और प्रेरणादायक कहानियाँ सुनते हैं। सभी जानवरों के बातों को सुनने के बाद सिंह ने कहा, “तुम सब सही कह रहे हो। लेकिन ध्यान रहे, अगर रोज एक जानवर मेरे पास नहीं आया तो मैं सभी को […]

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सचेतन, पंचतंत्र की कथा-22 : सिंह और खरगोश की कथा-1

नमस्कार दोस्तों! आपका स्वागत है सचेतन के इस विचार के सत्र  में में, जहाँ हम पंचतंत्र से अद्भुत और प्रेरणादायक कहानियाँ सुनते हैं। “तरकीब से जो काम हो सकता है, वह बहादुरी से नहीं हो सकता। कौआ और कौई ने अपनी चतुराई से सोने की सिकड़ी का उपयोग करके काले नाग को मरवा दिया।” इसलिए, […]

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सचेतन, “मेरा नया बचपन”

नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आप सबका हमारे आज के विचार के सत्र में। आज हम बात करेंगे एक ऐसी कविता के बारे में, जिसने हमारे दिल को छू लिया और हमें अपने बचपन के उन अनमोल पलों की याद दिलाई। आज का हमारा विषय है — “मेरा नया बचपन।” यह कविता हमें उन मधुर पलों […]

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सचेतन, पंचतंत्र की कथा-17 : “बुनकर की वीरता और भगवान नारायण का हस्तक्षेप”

नमस्कार दोस्तों! आपका स्वागत है सचेतन के इस विचार के सत्र  में में, जहाँ हम सुनते हैं अद्भुत और प्रेरणादायक कहानियाँ। आज की कहानी एक बुनकर की है, जिसने विष्णु का रूप धारण कर छल किया, लेकिन अंततः अपनी वीरता और बलिदान के लिए प्रसिद्ध हुआ। यह कहानी छल, साहस, और भगवान नारायण के हस्तक्षेप […]

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सचेतन 3.42 : नाद योग: आत्मा की अंतिम मुक्ति की यात्रा

नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपके पसंदीदा “सचेतन” कार्यक्रम में। आज हम एक गहन और प्रेरणादायक कथा के माध्यम से आत्मा की अंतिम मुक्ति की यात्रा पर चर्चा करेंगे। यह कथा हमें सिखाती है कि कैसे आत्मा संसार के बंधनों से मुक्त होकर मोक्ष की ओर अग्रसर होती है। कथा: राजकुमार अर्जुन और आत्मा की मुक्ति […]

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सचेतन 2.110 : रामायण कथा: सुन्दरकाण्ड – हनुमान जी का लंका में प्रवेश

हनुमान जी की लंका यात्रा का वृत्तांत हनुमान जी की लंका यात्रा का अद्भुत और प्रेरणादायक वृत्तांत का एक प्रारंभिक भाग कल हमें सुना था। । नमस्कार और स्वागत है सचेतन के इस विचार के सत्र में। आज हम सुनेंगे हनुमान जी की लंका यात्रा का रोमांचक वृत्तांत में लंका में प्रवेश, जो उन्होंने जाम्बवान […]

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सचेतन 2.105: भगवान रुद्र ने जैसे त्रिपुर को जलाया था, उसी प्रकार हनुमान जी ने लंका नगरी को जला दिया

हनुमान ने लंका नगरी को स्वयम्भू ब्रह्माजी के रोष से नष्ट किया था   “हनुमान जी की लंका में लीला”  नमस्कार श्रोताओं! स्वागत है “धर्म की कहानियां” में, जहां हम आपको पौराणिक कथाओं की अद्भुत दुनिया में ले जाते हैं। आज की हमारी कहानी है भगवान हनुमान और लंका दहन। तो चलिए, इस दिव्य कथा की […]